The administration of Jammu and Kashmir has taken a strong stance against drug dealers and traffickers within the UT, implementing a strict zero-tolerance policy. They have initiated a campaign known as "Nasha Mukt Abhiyaan" to combat the issue of drug abuse. It is incumbent upon society to come together and participate in this battle against the drug menace.
Under this initiative, the government of J&K has launched a campaign aimed at creating drug-free communities, including cities and villages. The primary goal is to raise awareness among the youth and PRIs within the UT, urging them to distance themselves from this harmful problem. Through a concerted and proactive approach, representatives from all segments of society will collaborate closely with the administration to ensure that villages and neighborhoods remain free from the scourge of drugs.
In this context, MyGov J&K cordially invites everyone to share their innovative ideas and valuable suggestions to contribute to realizing a drug-free Jammu and Kashmir.
Last date of submission is 12 Oct 2023
kunal kishore 1 year 2 months ago
Nasha Mukti is a big concern for Jammu and Kashmir.there are some point for it.
1 Awareness campaign will be started to aware about their negative impact.
2Friend circle will be good and creative mindset set people.
3 It should be included in school syllabus as a chapter for include their harmful effect.
4 Harsh punishment will be given to those people involved in this illegal activity
BrahmDevYadav 1 year 2 months ago
नशा करने वाले व्यक्ति की पहचान कैसे करें?
शराब की गंध छिपाने के लिये सुगंधित प्रदार्थो को चबाते रहना (गुटका, पराग, बहार इत्यादि)। चाल में लडखडाहट, बोलने में तुतलाहट अथवा हकलाहट आ जाना। जीवन शैली में परिवर्तन आ जाना, निद्रा में अनियमितता, स्नान आदि नहीं करना, भूख कम लगना। शरीर व बॉंहों पर इंजेक्शन के ताजा निशान अथवा सूजन।
BrahmDevYadav 1 year 2 months ago
नशा मुक्ति दवा का नाम क्या है?
नशेड़ी प्राइवेट नशा मुक्ति केंद्रों का रुख कर रहे हैं, जहां उन्हें हजारों रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं। दरअसल, नशा मुक्ति केंद्र में बुप्रेनॉरफिन नामक दवा नशेड़ियों के उपचार में प्रयुक्त की जाती है।
BrahmDevYadav 1 year 2 months ago
ड्रग एडिक्शन क्या है?
क्या है ड्रग एडिक्शन:-
ड्रग एडिक्शन या नशा क्रोनिक और बार-बार होने वाला विकार है, जो नशीली दवाओं के लगातार प्रयोग का प्रतिकूल प्रभाव है। इसे मस्तिष्क विकार माना जाता है। इसके कारण ब्रेन सर्किट में फंक्शनल चेंज हो जाते हैं। इसके कारण तनाव, डिप्रेशन और सेल्फ कंट्रोल नहीं रहना हो जाता है।
BrahmDevYadav 1 year 2 months ago
नशा छुड़ाने की सबसे अच्छी दवा कौन सी है?
(1) Divya Shri Nasha Mukti Plus drop.
(2) नशा बंद आयुर्वेदिक दवा ऑनलाइन
(3) Grinbizz जीरो एडिक्शन ड्रॉप
(4) Vringra एंटी एडिक्शन पाउडर
(5) श्री गंगा आयुर्वेद नशा मुक्ति पाउडर
(6) नशा मुक्ति हर्बल कैप्सूल 100% आयुर्वेदिक
(7) पंच तुलसी नशा मुक्ति दवा
BrahmDevYadav 1 year 2 months ago
दारु छुड़ाने की सबसे अच्छी दवा कौन सी है?
डाज़ोन टैबलेट एक दवा है, जिसका इस्तेमाल सामाजिक सहायता और काउंसलिंग के साथ, लोगों को शराब की लत से उबरने में मदद करने और दोबारा शराब पीने की तलब कम करने के लिए किया जाता है।
BrahmDevYadav 1 year 2 months ago
नशा कितने दिन में छूट जाता है?
नशा छोड़ने का मन बना लिया है तो एक से चार महीने में नशे की लत छूट जाती है।
BrahmDevYadav 1 year 2 months ago
कैसे मादक पदार्थों के सेवन रोका जा सकता है?
देश में मादक/नशीले पदार्थों की समस्या पर अंकुश लगाने के लिये पुलिस अधिकारियों और आबकारी विभाग तथा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की और से सख्त कार्रवाई किये जाने की आवश्यकता है। नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस एक्ट 1985 को और अधिक सख्ती से लागू किया जाना चाहिये।
BrahmDevYadav 1 year 2 months ago
ड्रग की लत छुड़ाने के लिए कौन सी दवाएं अधिक उपयोगी है?
मेथाडोन और बुप्रेनॉर्फिन जैसी दवाएं ओपिओइड की लत का इलाज कर सकती हैं और इसका इस्तेमाल डिटॉक्सिफिकेशन प्रक्रिया के दौरान वापसी के लक्षणों और क्रेविंग को कम करने के लिए किया जा सकता है।
BrahmDevYadav 1 year 2 months ago
ड्रग्स से बचाव कैसे करें?
नशा से मुक्त होने के लिए किसी डॉक्टर या काउंसिलर की मदद लेना भी सही होगा। इनके गाइडेंस में आपको नशे से छुटकारा पाने में काफी मदद मिलेगी। नशे के सब्सिट्यूट ढूंढकर भी आप इसकी गिरफ्त से बाहर निकल सकते हैं। गुटखा या तंबाकू की जगह आप इलायची या सौंफ की आदत डाल सकते हैं।