Start Date: 11-09-2023
End Date: 12-10-2023
The administration of Jammu and Kashmir has taken a strong stance against drug dealers and traffickers within the UT, implementing a strict zero-tolerance policy. They have ...
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The administration of Jammu and Kashmir has taken a strong stance against drug dealers and traffickers within the UT, implementing a strict zero-tolerance policy. They have initiated a campaign known as "Nasha Mukt Abhiyaan" to combat the issue of drug abuse. It is incumbent upon society to come together and participate in this battle against the drug menace.
Under this initiative, the government of J&K has launched a campaign aimed at creating drug-free communities, including cities and villages. The primary goal is to raise awareness among the youth and PRIs within the UT, urging them to distance themselves from this harmful problem. Through a concerted and proactive approach, representatives from all segments of society will collaborate closely with the administration to ensure that villages and neighborhoods remain free from the scourge of drugs.
In this context, MyGov J&K cordially invites everyone to share their innovative ideas and valuable suggestions to contribute to realizing a drug-free Jammu and Kashmir.
Last date of submission is 12 Oct 2023
BrahmDevYadav 1 year 11 महीने पहले
क्या खाने से नशा कम होगा?
खट्टी चीजें खाएं:-
दरअसल, खट्टी चीजों में एंटीऑक्सीडेंट्स पाया जाता है, जो शरीर में नशा करने वाले केमिकल्स को बेअसर करता है। ऐसे में आप इमली के अलावा छाछ, संतरा, नींबू, मोसंबी आदि का सेवन भी कर सकते हैं।
BrahmDevYadav 1 year 11 महीने पहले
शराब छुड़ाने का आसान तरीका क्या है?
शराब छुड़ाने के उपाय हैं योग और ध्यान:- योग और ध्यान भी शराब के खिलाफ लड़ने में मदद कर सकते हैं। योग लोगों को अपने शरीर और दिमाग के बीच कनेक्शन पुनर्स्थापित करने और शारीरिक शक्ति के सुधार में मदद करता है। यह तनाव और भावनात्मक संघर्ष से लड़ने में भी उपयोगी है।
BrahmDevYadav 1 year 11 महीने पहले
बिना पानी के शराब पीने से क्या होता है?
खाली पेट शराब पीने से क्या होता है:-
इससे किडनी, फेफड़े और लीवर में दिक्कत हो सकती है। बहुत से ऐसे लोग होते हैं, जो इस बात को नजरअंदाज करते हैं और बाद में उन्हें इसी के चलते सेहत संबंधी समस्या से गुजरना पड़ता है।
BrahmDevYadav 1 year 11 महीने पहले
शराब पीने के बाद क्या क्या नहीं खाना चाहिए?
इससे आपको स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं:-
1.शराब के बाद डेयरी प्रोडक्ट या दूध न पिएं
2.शराब पीने के बाद काजू या मूंगफली खाना चाहिए
3.सोडा या कोल्ड ड्रिंक है खतरनाक
4.शराब पीते वक्त चिप्स या कुरकुरे न खाएं
5.शराब पीने के बाद मिठाई न खाएं
BrahmDevYadav 1 year 11 महीने पहले
शराब का असर खून में कब तक रहता है?
अल्कोहल स्तर को शरीर के सिस्टम को छोड़ने में लगभग साढ़े पांच घंटे का समय लगता है। शराब यूरीन में 80 घंटे तक और बालों के रोम में तीन महीने तक रह सकती है।
BrahmDevYadav 1 year 11 महीने पहले
ड्रग एडिक्शन क्या है?
ड्रग एडिक्शन या नशा क्रोनिक और बार-बार होने वाला विकार है, जो नशीली दवाओं के लगातार प्रयोग का प्रतिकूल प्रभाव है। इसे मस्तिष्क विकार माना जाता है। इसके कारण ब्रेन सर्किट में फंक्शनल चेंज हो जाते हैं। इसके कारण तनाव, डिप्रेशन और सेल्फ कंट्रोल नहीं रहना हो जाता है।
BrahmDevYadav 1 year 11 महीने पहले
ड्रग्स क्यों लिया जाता है?
तनाव से छुटकारा पाने के लिए ड्रग लेते हैं। यह एक और आम कारण है कि लोग ड्रग क्यों लेते हैं। आप आसानी से उनके साथ तर्कसंगत हो सकते हैं कि ड्रग्स लेना काम और पारिवारिक दबाव से आराम करने का एक अच्छा तरीका है। हालांकि, दवा लेने का दीर्घकालिक प्रभाव तनाव से भी बदतर है।
BrahmDevYadav 1 year 11 महीने पहले
सूखा नशा क्या होता है?
सूखा नशा यानि धूम्रपान, चरस, गांंजा, चरस और भांग का कारोबार खूब फल-फूल रहा है। स्कूल-कालेजों के सामने थैले में पुडिया रखकर नशा कारोबारी धूमते नजर आते हैं। युवाओं को गांजा की पुडिया 80 रुपये और चरस की 100 रुपये में 10 ग्राम मुहैया करा दी जाती है।
BrahmDevYadav 1 year 11 महीने पहले
क्या नशा करने से दिमाग कमजोर होता है?
शराब के अत्यधिक सेवन से हमारे दिमाग पर गहरा असर पड़ता है। इससे हमारी सोचने समझने की शक्ति कमजोर होती है। कम किसी भी चीज पर ठीक से ध्यान केंद्रित नही कर पाते। लंबे समय तक शराब के सेवन से हमारे मस्तिष्क के संतुलन पर असर पड़ता है।
BrahmDevYadav 1 year 11 महीने पहले
नशा छोड़ने से क्या फायदा होता है?
नशा छोड़ने पर भोजन का सही स्वाद मिलता है और इसमें शामिल पौष्टिक तत्वों का सही पाचन और अवशोषण होता है। इससे शरीर के विभिन्न अंग सक्रिय रहते हैं, जिससे रक्तसंचार सुव्यवस्थित रहता है। इससे इम्यून सिस्टम और मेटाबॉलिज्म में सुधार होने से किसी बीमारी के संक्रमण से बचने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है।