The UT administration of Jammu and Kashmir has adopted a zero-tolerance policy against drug dealers and drug traffickers in the UT and launched a campaign called Nasha Mukt Abhiyaan. It is the collective responsibility of society to join this fight against the drug menace.
In this context, a campaign has been launched by the government of J&K to achieve drug-free cities and villages and to spread awareness among the youth of the UT to adopt and part themselves from this pernicious menace. With determined effort and a proactive approach, representatives of all sections of the society will work with the administration to ensure villages and wards are drug-free.
In this context, MyGov Jammu and Kashmir invites all to share their ideas and suggestions for making Nasha Mukt Jammu and Kashmir.
Last Date of Submission is 30th September 2022.
BrahmDevYadav 2 years 2 months ago
अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा बुरी आदतों का शिकार न हो या ऐसे भयानक दलदल में ना फंसे तो परिवार के बड़े सदस्यों या मां-बाप को हमेशा अपने स्कूल जाने वाले किशोर बच्चों पर नजर रखनी होगी। उनके दोस्तों के बारे में मां-बाप को पूर्ण जानकारी होनी चाहिए।
BrahmDevYadav 2 years 2 months ago
हमे अपने भविष्य को सुधारना है और इस नशे की गिरफ्त से दूर रहना है और अपने आने वाली पीढ़ी को भी यही सन्देश देना है और उन्हें इस दलदल में जाने से रोकना है |
BrahmDevYadav 2 years 2 months ago
भारत में नशे की समस्या को खत्म करने के उपाय:-
1.सरकार को इस मामले कोई कड़ा क़ानून बनाना चाहिए |
2.हमारे आस पास जो भी लोग इस गिरफ्त में हैं उन्हें नशे के खिलाफ जागरूक करना चाहिए |
3.जो भी नशे की तस्करी करता है उसे पुलिस के पास ले जाना चाहिए |
4.अपने इलाको में जो भी इस तरह से अराजक तत्व होते है उनके खिलाफ एक्शन लेना चाहिए |
5.नशे के विरुद्ध हमे अपने अपने शहरो में जागरूकता अभियान चलाना चाहिए |
BrahmDevYadav 2 years 2 months ago
ड्रग्स क्या है?
दरअसल ड्रग्स अपनी रासायनिक संरचना के कारण मानव शरीर को अलग-अलग तरीकों से प्रभावित करते हैं। जिनके इस्तेमाल से इंसान खुद को अलौकिक और रहस्मयी दुनिया में पाता है। इसका इस्तेमाल करनेवाला बेहद आक्रामक और गुस्से में हो जाता है। शांत स्वभाव के लोग भी इसका सेवन कर दूसरों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
BrahmDevYadav 2 years 2 months ago
नशा छोड़ने से क्या होता है?
आमतौर पर नशा छोड़ने पर रोगी को घबराहट, बेचैनी, चिड़चिड़ापन, गुस्सा आना, तनाव, थकान, निर्णय लेने में दिक्कत होना, नींद न आना, सिरदर्द, शरीर में ऐंठन, भूख न लगना, धड़कन बढ़ना और ज्यादा पसीना आने जैसी तकलीफ होती है।
BrahmDevYadav 2 years 2 months ago
क्या नशा करना जरूरी है?
नशा करना एक बुरी आदत है और अधिकतर ये किशोरावस्था में ही मनुष्य में आती है। बिल्कुल दूसरी बुरी आदतों की तरह नशा करना भी बहुत आसान है। परन्तु उसे छोड़ना या नहीं अपनाना ना तो मुश्किल है और ना ही नामुमकिन है।
BrahmDevYadav 2 years 2 months ago
ड्रग्स का नशा करने से क्या होता है?
इसका सेवन सीधे नाक से, मसूढ़ों पर लगा कर,पानी में मिलाकर पीने से या फिर सुई लगाकर किया जाता है। इसके सेवन के बाद जरूरत से ज्यादा तेजी से बात करना,ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट बढ़ना,शरीर का वजन कम होना,हिंसात्मक भावना की प्रवृत्ति का होना उजागर होता है।
BrahmDevYadav 2 years 2 months ago
साइड इफेक्ट का मतलब क्या होता है?
स्वास्थ्य से संबंधित जब कोई समस्या होती है तो हम दवाएं लेना शुरू कर देते हैं,लेकिन दवा हर एक व्यक्ति पर एक जैसा असर नहीं करती है। किसी को साइड इफेक्ट्स भी होते हैं। दवाओं के साइड इफेक्ट्स (Side Effects) बहुत खतरनाक होते हैं।
BrahmDevYadav 2 years 2 months ago
ड्रग्स की लत को कैसे छोड़े?
1.छोड़ने का मन बनाना
2.पेशेवर विशेषज्ञ की मदद लेना
3.पीयर-बेस्ड सपोर्ट ग्रुप को ज्वाइन करना
4.पुरानी आदतों को छोड़ना
5.शरीर और दिमाग को स्वस्थ रखना
6.बिना ड्रग के अपना दैनिक जीवन संभालें
BrahmDevYadav 2 years 2 months ago
ड्रग्स शरीर से कैसे निकलते हैं?
शरीर के भीतर दवा का अंतिम चरण उत्सर्जन है। यह वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा दवाएं और उनके मेटाबोलाइट्स मुख्य रूप से मूत्र या मल के माध्यम से शरीर से बाहर निकलते हैं। ड्रग्स पसीने,लार,स्तन के दूध या साँस की हवा में भी उत्सर्जित हो सकते हैं। किसी पदार्थ को उसके परिवर्तित या उपापचयी रूप में या अक्षुण्ण रूप से उत्सर्जित किया जा सकता है।