The UT administration of Jammu and Kashmir has adopted a zero-tolerance policy against drug dealers and drug traffickers in the UT and launched a campaign called Nasha Mukt Abhiyaan. It is the collective responsibility of society to join this fight against the drug menace.
In this context, a campaign has been launched by the government of J&K to achieve drug-free cities and villages and to spread awareness among the youth of the UT to adopt and part themselves from this pernicious menace. With determined effort and a proactive approach, representatives of all sections of the society will work with the administration to ensure villages and wards are drug-free.
In this context, MyGov Jammu and Kashmir invites all to share their ideas and suggestions for making Nasha Mukt Jammu and Kashmir.
Last Date of Submission is 30th September 2022.
BrahmDevYadav 2 years 2 months ago
भारत में ड्रग्स अवैध क्यों है?
वर्तमान समय में नशीली दवाओं के दुरुपयोग को सर्वत्र रूप से नकार दिया गया है. इसलिए कुछ दवा को बेचना अवैध कर दिया गया है। भारत में बच्चों को दवाइयाँ तब तक लेने की इजाजत नहीं होती है, जब तक वे 21 वर्ष की आयु तक नहीं पहुंचते है। जब आप किसी निश्चित दवा के आदि हो जाते हैं, तो कई समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
BrahmDevYadav 2 years 2 months ago
ड्रग्स समाज को कैसे प्रभावित करते हैं?
नशे के दुष्परिणामों से समाज भी त्रस्त है। कुल मिलाकर, मादक द्रव्यों के सेवन से स्वास्थ्य देखभाल, कार्य उत्पादकता और अपराध के मामले भारत में है।
BrahmDevYadav 2 years 2 months ago
नशे वाली टेबलेट का नाम क्या है?
एलप्रेक्स ट्राइका, एटीवान, लोराजीपाम, रिवोट्रील क्लोनाजीपाम ऐसी दवाएं हैं,जिनका उपयोग नशे के लिए किया जाने लगा है। इन दवाओं को ज्यादातर नींद न आना,दर्द और तनाव को दूर करने वाले मरीज को दिया जाता है।
BrahmDevYadav 2 years 2 months ago
नशे के कैप्सूल का नाम क्या है?
पेंटविन इंजेक्शन, कोरेक्स सीरप और स्पाजमो प्राक्सीवान कैप्सूल का नशे के लिए उपयोग किया जा रहा है। नशे के ये सामान मेडिकल स्टोर में 2 रुपए से लेकर 15 रुपए में आसानी से मिल जाते हैं। स्पाजमो प्राक्सीवान कैप्सूल पेट दर्द से राहत की दवा है।
BrahmDevYadav 2 years 2 months ago
नशा क्यों करते हैं?
नशा अगर कुछ समय के लिए सांसारिक बंधनों से मुक्ति देता है तो आध्यात्म सभी तरह सांसारिक समस्याओं से बेहतर तरीके से हल करने का रास्ता बताता है। असल में यह संसार भी परेशानी नही देता। हम संसार को लेकर जो मान्यताएं गढ़ते हैं,अपनी समझ बना लेते हैं,वो परेशानी पैदा करती हैं और हम नशे की शरण में चले जाते है।
BrahmDevYadav 2 years 2 months ago
ड्रग्स को क्या बोलते हैं?
एक दवा या अन्य पदार्थ जो शरीर में प्रवेश या अन्यथा पेश किए जाने पर शारीरिक प्रभाव डालता है। एक पदार्थ जो इसके मादक या उत्तेजक प्रभावों के लिए लिया जाता है, अक्सर अवैध रूप से। (किसी को) किसी दवा को प्रशासित करना ताकि वह मूर्खता या असंवेदनशीलता उत्पन्न कर सके।
BrahmDevYadav 2 years 2 months ago
ड्रग्स क्या है कैसे बनता है?
अफीम को चूने के पानी से फाड़कर सुखाने के बाद जो पाउडर बनाया जाता है, तस्कर उसे क्रूड कहते हैं। इसमें केमिकल मिलाकर स्मैक बनाई जाती है। क्रूड की सप्लाई पहले राजस्थान से होती थी, लेकिन पकी अफीम के क्रूड के दाम अधिक होने से तस्करों ने बांग्लादेशी क्रूड की खरीद शुरू कर दी है।
BrahmDevYadav 2 years 2 months ago
नशा क्यों नहीं करना चाहिए?
कोई भी नशा नहीं करना चाहिए। क्योंकि सिगरेट की लत वालों को लगता है कि उनका केवल फेफड़ा कमजोर हो रहा है, या शराब पीने वालों को लगता है कि इस नशे का असर उनके लिवर पर हो रहा है, जबकि ऐसा नहीं है। कोई भी नशा हो वो लिवर,किडनी,फेफड़ों से ज्यादा दिमाग को नुकसान पहुंचाता है।
BrahmDevYadav 2 years 2 months ago
नशे कितने प्रकार के होते हैं?
नशे के बहुत से रूप है ।
1.शराब का नशा
2.दौलत का नशा
3.शोहरत का नशा
4.मुहब्बत का नशा
5.खूबसूरती का नशा
6.ओहदे का नशा
7.ताक़त का नशा
BrahmDevYadav 2 years 2 months ago
पेरासिटामोल दवा खाने से क्या होता है?
पेरासिटामोल दर्द से राहत देता है। यह शरीर के तापमान में वृद्धि (बुखार) को भी कम करता है। यदि आवश्यक हो तो आप प्रत्येक 4-6 घंटे में पेरासिटामोल की खुराक ले सकते हैं, लेकिन 24 घंटे की अवधि में चार से अधिक खुराक नहीं लें। पेरासिटामोल वाले किसी अन्य दवा के साथ पेरासिटामोल को नहीं लें।