You don't have javascript enabled. Please Enabled javascript for better performance.

Inviting your ideas & suggestions for Elimination of Single Use Plastics

Start Date: 30-03-2022
End Date: 31-07-2022

In view of the growing menace of plastic waste, there is an urgent need to think for sustainable practices of prevent further environmental degradation being caused due to plastics ...

See details Hide details

In view of the growing menace of plastic waste, there is an urgent need to think for sustainable practices of prevent further environmental degradation being caused due to plastics waste thrown indiscriminately everywhere.

We are inviting your ideas and suggestion to make Jammu & Kashmir free from single use plastics. If you have anything in mind about the ways to eliminate single use plastics in the UT of J&K, please do share your ideas on MyGov Jammu & Kashmir Portal.

Start Date: 30th March, 2022
End Date: 31st July, 2022

All Comments
Reset
270 Record(s) Found

BrahmDevYadav 2 years 10 months ago

प्लास्टिक कितने प्रकार के होते हैं?
प्लास्टिक दो प्रकार की होती है|
थर्मोप्लास्टिक- यह वह प्लास्टिक होती है जो गर्म करने पर विभिन्न रूपों में बदल जाती है।
थर्मोसेटिंग- यह वह प्लास्टिक होती है जो गर्म करने पर सेट हो जाती है, जैसे- यूरिया, फॉर्मेल्डिहाइड, पॉली यूरेथेन।

BrahmDevYadav 2 years 10 months ago

प्लास्टिक से बनी चीजों का प्रयोग हमें क्यों नहीं करना चाहिए ?
सिर्फ़ दस फ़ीसद प्लास्टिक कचरा ही रि-साइकिल किया जाता है, बाक़ी का 90 फ़ीसद कचरा पर्यावरण के लिए नुक़सानदेह साबित होता है। रि-साइक्लिंग की प्रक्रिया भी प्रदूषण को बढ़ाती है। रि-साइकिल किए गए या रंगीन प्लास्टिक थैलों में ऐसे रसायन होते हैं, जो ज़मीन में पहुंच जाते हैं और इससे मिट्टी और भूगर्भीय जल विषैला बन सकता है।

BrahmDevYadav 2 years 10 months ago

प्लास्टिक के फायदे और नुकसान क्या हैं?
मित्रों प्लास्टिक की बनावट बहुत ही मजबूत होती है, और इसका सबसे बड़ा उपयोग यह है कि यह वाटरप्रूफ होती है, जिसके कारण इसमें किसी भी प्रकार के द्रव्य को इकट्ठा किया जा सकता है। तथा किसी भी प्रकार के द्रव्य पर जैसे कि दूध, पानी तेल, और भी कई अन्य केमिकल प्लास्टिक के बर्तनों या फिर डब्बों में पैक कर दिए जाते हैं। But its use is very harmful for health of human beings in future.

BrahmDevYadav 2 years 10 months ago

भारत में डिस्पोजेबल प्लास्टिक बैग पर प्रतिबंध लगाने वाला पहला भारतीय राज्य कौन सा है?
“प्लास्टिक बैग” को प्रतिबंधित करने वाला पहला राज्य — हिमाचल-प्रदेश है।

BrahmDevYadav 2 years 10 months ago

प्लास्टिक प्रदूषण कितना बुरा है?
हर साल कम से कम 14 मिलियन टन प्लास्टिक समुद्र में खत्म हो जाता है, और प्लास्टिक सतह के पानी से लेकर गहरे समुद्र में तलछट तक पाए जाने वाले सभी समुद्री मलबे का 80% हिस्सा बनाता है। समुद्री प्रजातियां प्लास्टिक के मलबे में समा जाती हैं या उलझ जाती हैं, जिससे गंभीर चोटें आती हैं और मृत्यु हो जाती है।

BrahmDevYadav 2 years 10 months ago

पॉलिथीन हमारे पर्यावरण के लिए क्यों हानिकारक है ?
पृथ्वी तल पर जमा पॉलिथीन जमीन का जल सोखने की क्षमता खत्म कर रही है। इससे भूजल स्तर गिर रहा है। सुविधा के लिये बनाई गई पॉलिथीन आज सबसे बड़ी असुविधा का करण बन गई है। प्राकृतिक तरीके से नष्ट न होने के कारण यह धरती की उर्वरक क्षमता को धीरे-धीरे समाप्त कर रही है।

BrahmDevYadav 2 years 10 months ago

प्लास्टिक से पर्यावरण को क्या नुकसान पहुंचता है?
इसके साथ ही यह जमीन में बोये गये बीज को हानि पहुंचाकर पेड़-पौधों की वृद्धि को प्रभावित कर रहे हैं। नर्सरी में, पारंपरिक प्लास्टिक बैग का उपयोग पौधों के लिए किया जाता है। प्लास्टिक बैग से जुड़े कई नुकसान हैं जैसे कि जैव- अपघटन योग्य नहीं होना, सरंध्रता न होना, अतः पर्यावरण अनुकूल नहीं है।

BrahmDevYadav 2 years 10 months ago

भारत प्लास्टिक मुक्त कब होगा?
प्लास्टिक प्राकृतिक पर्यावरण के लिए गंभीर खतरा है|
प्लास्टिक प्रदूषण जैसे गंभीर मुद्दे के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए, हर साल 3 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस के रूप में मनाया जाता है|

BrahmDevYadav 2 years 10 months ago

हमें प्लास्टिक का उपयोग कम से कम क्यों करना चाहिए?
प्लास्टिक की खपत को कम करने के लाभों में शामिल हैं: उपयोग किए जाने वाले नए कच्चे माल की मात्रा को कम करके प्रदूषण को रोकना । ऊर्जा बचाता है। ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करता है, जो जलवायु परिवर्तन में योगदान देता है।

BrahmDevYadav 2 years 10 months ago

पॉलिथीन के हानिकारक प्रभाव क्या है?
पॉलीथीन कचरा जलाने से कार्बन डाईऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड एवं डाईऑक्सीन्स जैसी विषैली गैसें उत्सर्जित होती हैं। इनसे सांस, त्वचा आदि की बीमारियाँ होने की आशंका बढ़ जाती है। पॉलीथिन का इस्तेमाल करके हम न सिर्फ पर्यावरण को नुकसान पहुँचा रहे हैं, बल्कि गंभीर रोगों को भी न्यौता दे रहे हैं।