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Share your Ideas and Suggestions on Back to Village Program

Start Date: 01-11-2022
End Date: 30-11-2022

The UT of Jammu and Kashmir has embarked on an ambitious and extensive programme of reaching out to grass root citizens to create an earnest desire for a decent standard of living ...

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The UT of Jammu and Kashmir has embarked on an ambitious and extensive programme of reaching out to grass root citizens to create an earnest desire for a decent standard of living in the rural masses.

The ‘Back to Village’ program is aimed to involve the citizens of the state and government officials in a joint effort to deliver the mission to achieve equitable development. The program seeks to energise Panchayats and direct development efforts in rural areas through community participation.

Despite the importance of the official machinery to guide and assist, the primary responsibility for improving the local conditions rests on the local population. Therefore, people must be encouraged to own a programme to maximise its impact.

Hence, citizens are invited to share their ideas and suggestions.

Last date of submission is 30th November 2022.

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440 परिणाम मिला

BrahmDevYadav 2 years 6 महीने पहले

गांव के लोग शहर में क्यों आते हैं?
घटती जोत,घटती पैदावार,पानी के नीचे जाते स्तर और बंजर होती जमीन जैसे करणों के चलते अनपढ़ व पढ़े लिखे रोजगार की तलाश के लिए शहरों व महानगरों की ओर आते है। अच्छा रोजगार मिलने के बाद अपने परिवारों को भी वह शहर में ही बसा लेते है।

BrahmDevYadav 2 years 6 महीने पहले

गांव का महत्व क्या है?
शांत वातावरण: गाँव एक शांतिपूर्ण वातावरण प्रदान करते हैं। शहरों के विपरीत, गांवों में लोग शीर्ष तक पहुंचने के लिए दौड़ में भाग नहीं लेते हैं। वे अपने आप में संतुष्ट हैं और एक शांतिपूर्ण जीवन जीते हैं। कम प्रदुषण: गांवों में लोग बाजार, स्कूलों और अन्य स्थानों पर पैदल जाना पसंद करते हैं या साइकिल से आवागमन करते हैं।

BrahmDevYadav 2 years 6 महीने पहले

भारतीय ग्रामीण जीवन क्या है?
गाँवों में लोग प्राय: सादा जीवन व्यतीत करते हैं । भारतीय ग्राम्य जीवन की जब भी बात होती है तो तपती हुई धूप में खेती करता हुआ किसान, दूर-दूर तक फैले हुए खेत और उन पर लहलहाती हरी भरी फसल घर का काम-काज सँभालती हुई औरतें तथा हाट (बाजार) व मेले के दृश्य स्वत: ही मन-मस्तिष्क पर उभर आते हैं ।

BrahmDevYadav 2 years 6 महीने पहले

ग्रामीण और शहरी जीवन में क्या अंतर है?
शहरी का अर्थ उन मानव बस्तियों से है जहां शहरीकरण और औद्योगीकरण की दर अधिक है जबकि ग्रामीण का मतलब उन मानव बस्तियों से है जहां शहरीकरण की दर धीमी है। इन दोनों बस्तियों के बीच एक और बड़ा अंतर यह है कि शहरी क्षेत्र अत्यधिक आबादी वाले हैं वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में शहरी की तुलना में तुलनात्मक रूप से कम आबादी पायी जाती है।

BrahmDevYadav 2 years 6 महीने पहले

ग्रामीण जीवन की आत्मा क्या है?
खेल तो ग्रामीण जीवन की आत्मा है। दौड़ना, तैरना, पेड़ों पर चढ़ना - उतरना तो वहाँ के बच्चों की रग-रग में रचा-बसा है। आज कितने विख्यात खिलाड़ी गाँव से ही आगे बढ़े हैं।

BrahmDevYadav 2 years 6 महीने पहले

ग्रामीण क्षेत्र की मुख्य स्थायी संस्था कौन सी है?
दीनदयाल अंत्योदय योजना का उद्देश्य योजना का उद्देश्य कौशल विकास और अन्य उपायों के माध्यम से आजीविका के अवसरों में वृद्धि कर शहरी और ग्रामीण गरीबी को कम करना है। मेक इन इंडिया, कार्यक्रम के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए सामाजिक तथा आर्थिक बेहतरी के लिए कौशल विकास आवश्यक है।

BrahmDevYadav 2 years 6 महीने पहले

ग्राम के प्रमुख प्रकार क्या है?
(अ) केन्द्रित ग्राम- ऐसे गाँवों में किसान घरों का एक झुण्ड बना कर रहते हैं। उनकी कृषि योग्य भूमि गाँव के बाहर होती
है। एक ही निवास स्थान पर साथ-साथ रहने से उनमें दृढ़ और सुसम्बद्ध जीवन का विकास होता है।
(ब) विकेन्द्रित ग्राम- ऐसे ग्रामों में किसान अपने-अपने खेतों के किनारे छोटे-छोटे समूह बनाकर घरों में निवास करते हैं।

BrahmDevYadav 2 years 6 महीने पहले

गांव के विकास का लक्षण क्या क्या होना चाहिए?
(i) सड़कों व परिवहन व्यवस्था का उचित प्रबंध,
(ii) जल की उत्तम व्यवस्था,
(iii) बिजली की व्यवस्था,
(iv) शिक्षा व्यवस्था,
(v) सफाई की व्यवस्था ।

BrahmDevYadav 2 years 6 महीने पहले

पंचायत का विकास कैसे हो?
ब्रिटिश शासकों ने स्थानीय स्वायत्त संस्थाओं की स्थिति पर जाँच करने तथा उसके संबंध में सिफारिश करने के लिये 1882 तथा 1907 में शाही आयोग का गठन किया। इस आयोग ने स्वायत्त संस्थाओं के विकास पर बल दिया, जिसके कारण 1920 में संयुक्त प्रांत, असम, बंगाल, बिहार, मद्रास और पंजाब में पंचायतों की स्थापना के लिये कानून बनाए गए।

BrahmDevYadav 2 years 6 महीने पहले

ग्रामीण विकास की राजनीति से आप क्या समझते हैं?
ग्रामीण विकास से तात्पर्य बुनियादी सुविधाएं जैसे- भोजन, आवास, वस्त्र, पेयजल, चिकित्सा, शिक्षा, सिंचाई के साधन, पक्की सड़क इत्यादि मुहैया कराकर उनके जीवन स्तर को सुधारना है। साथ ही इस संबंध मे यह जरूरी है कि ग्रामीण क्षेत्रों के अब तक असंगठित श्रमिकों को न्यूनतम मजदूरी दिलवाने की भी व्यवस्था की जाए।