Start Date: 02-09-2022
End Date: 30-09-2022
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर प्रशासन ने राज्य में ड्रग ...
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केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर प्रशासन ने राज्य में ड्रग डीलरों और ड्रग तस्करों के खिलाफ एक जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। नशा के खिलाफ इस लड़ाई में शामिल होना समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है।
जम्मू और कश्मीर सरकार द्वारा नशा मुक्त शहर और गांव बनाने के लिए एवं राज्य के युवाओं को इस खतरनाक खतरे से खुद को अलग करने के लिए जागरूकता अभियान शुरू किया गया है। निर्धारित प्रयास और एक सक्रिय विजन के साथ, पंचायती राज संस्थाएं और शहरी स्थानीय निकायों के प्रतिनिधि प्रशासन के साथ मिलकर गांवों और वार्डों को नशा मुक्त सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करेंगे। दृढ़ प्रयास और सक्रिय विजन के साथ, समाज के सभी वर्गों के प्रतिनिधि प्रशासन के साथ मिलकर गांवों और वार्डों को नशा मुक्त बनाने के लिए काम करेंगे।
इस संदर्भ में, माईगव जम्मू और कश्मीर एक नशा मुक्त प्रदेश बनाने हेतु आपके विचारों और सुझावों को साझा करने के लिए आमंत्रित करता है।
प्रविष्टियां प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 30 सितंबर 2022 है
BrahmDevYadav 2 years 7 महीने पहले
सबसे ज्यादा नशीली दवा कौन सी है?
एम्फिटेमिन्स (amphetamines):-
यह दवा केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करने के लिए प्रिस्क्राइब की जाती है। मगर आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि सबसे खतरनाक दवाओं में इसका नाम शुमार है।
BrahmDevYadav 2 years 7 महीने पहले
व्यक्ति पर ड्रग्स का क्या प्रभाव पड़ता है?
ड्रग्स का सेवन आपको अंदर से खोखला और बीमार बना सकता हैं। यह न केवल आपको शारीरिक रूप से बीमार बनाता हैं,बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी नुकसान पहुंचाता हैं। ड्रग्स के ओवरडोज से व्यक्ति की मौत भी हो सकती हैं। जानिए कि कैसे सभी प्रकार के ड्रग्स आपके नर्वस सिस्टम को प्रभावित करते हैं।
BrahmDevYadav 2 years 7 महीने पहले
ड्रग्स से क्या होता है?
ड्रग्स को आप शराब, सिगरेट या तंबाकू के सेवन की तरह समझ सकते हैं। जिस तरह किसी व्यक्ति को शराब पीने की या धूम्रपान करने की आदत लग जाती है और चाहते हुए भी अपनी इस लत को नहीं छोड़ पाता है ठीक वैसा ही ड्रग लेने पर भी होता है।
BrahmDevYadav 2 years 7 महीने पहले
नशीली दवाओं से क्या तात्पर्य है इसके सामान्य दुष्प्रभाव क्या है?
शराब / मादक पदार्थों की लत का मतलब मनोवैज्ञानिक पदार्थों पर निर्भरता है जो मस्तिष्क को एक सुखद अनुभव प्रदान करता है और शारीरिक निर्भरता के साथ मनोवैज्ञानिक निर्भरता की क्षमता रखता है। दवाओं/अल्कोहल पर निर्भरता विनाशकारी है,क्योंकि यह दवा का सेवन करने की अत्यधिक लालसा का कारण होता है।
BrahmDevYadav 2 years 7 महीने पहले
ड्रग्स और नशे की चीजों को रोकने के लिए सबसे पहले इसके इस्तेमाल करने वालों को सही रास्ते पर लाना जरूरी है। लेकिन अच्छी बात यह है कि ऐसे लोगों को सही गाइडेंस के द्वारा ड्रग्स और नशे का इस्तेमाल करने से रोका जा सकता है।
BrahmDevYadav 2 years 7 महीने पहले
भारत में चरस, गांजा जैसे नशीले पदार्थों की सप्लाई एक राज्य से दूसरे राज्य में होती रहती है। इसलिए हमें आंतरिक तौर पर भी लगाम लगाने की जरूरत है और देश के बाहर से आने वाले ड्रग्स की सप्लाई को भी रोकना है, लेकिन सबसे पहले इसे इस्तेमाल करने वालों को जागरूक करना चाहिए, क्योंकि डिमांड नहीं होगी तो सप्लाई भी नहीं होगी। और अगर डिमांड होगी, तो सप्लाई के सभी रास्तों पर सरकार पहरा नहीं लगा सकती है।
BrahmDevYadav 2 years 7 महीने पहले
बाजार में शेड्यूल एक्स दवाओं से संबंधित दवाओं का चलन बढ़ा है। इनमें कई दवाएं कंबिनेशन में होती है, जिनकी नशे को पूरा करने के लिए मांग बढ़ी है। ये अन्य नशों से सस्ती होती हैं। इसमें अधिकांश टेबलेट और इंजेक्शनों का सहारा लेकर नशे को पूरा किया जाता है। इसके बारे में जागरूक और सजग होने की जरूरत है।
BrahmDevYadav 2 years 7 महीने पहले
नशे को पूरा करने के लिए युवाओं के साथ किशोर भी इसकी चपेट में आ रहे हैं।
BrahmDevYadav 2 years 7 महीने पहले
जम्मू कश्मीर में प्रतिबंधित दवाएं (शेड्यूल एक्स) हेरोइन और ब्राउन शुगर जैसे महंगे नशे का विकल्प बनती जा रही हैं। युवा इसकी चपेट में आ रहे हैं। विभागीय सुस्ती, मिलीभगत और तस्करी से बाजारों में इसकी उपलब्धता और चलन बढ़ता जा रहा है। यह युवा पीढ़ी के लिए घातक हो सकता है। शेड्यूल एक्स दवाओं को खरीदने के लिए डाक्टर की पर्ची जरूरत होती है, लेकिन अवैध ढंग से कई दवा विक्रेता ऐसी दवाएं सीधे तौर पर बेच रहे हैं। अवैध उपलब्धता से इसका दुरुपयोग बढ़ा है।
Aamir Sajad Mir 2 years 7 महीने पहले
The Youth should be encouraged towards learning new skills of their interest(technical, indoor, outdoor games etc) they must be encouraged for any creativity they bring in to society and must be given free hand in resolving the small / marginal problems at his societal level with in his domain not at at the cost of other
They must be encouraged in taking good careers through counselling and various schemes available that he/ she must avail in securing his/her dream